रोहतक। राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि नये कृषि कानूनों से हरियाणा और पंजाब के किसानों को सबसे ज्यादा चोट लगेगी। सरकार किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाय नमक छिडक़ने का काम कर रही है। सरकार रात को दिन दिखाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि अपनी जायज मांगो के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन और दिल्ली कूच कर रहे किसानो पर सत्ता व पुलिसिया जोर की आजमाइश कतई बर्दाश्त करने लायक नही है। कोरोना का हवाला देकर किसान पर बंदिशे लगाने वाली सरकार खुद ठंड व महामारी के मौसम मे अन्नदाता पर वाटर कैनन से पानी की बौछारें कर रही है और आंसू गैस के गोले दाग रही है, जोकि निर्दयता की पराकाष्ठा है।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार ने किसानों को आर्थिक तौर पर पहले ही तबाह कर दिया था अब शारीरिक चोट पहुंचा रही है और पूरी तरह उन्हें बर्बाद करने पर तुली हुई है। जायज़ मांगों के साथ लोकतांत्रिक ढंग से आन्दोलन कर रहे किसानों के रास्ते को हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार पत्थर क्या पहाड़ रखकर भी नहीं रोक पाएगी। उन्होंने नये कृषि कानूनों को रद्द करने तथा एमएसपी की गारंटी वाला कानून बनाने की मांग की। भाजपा सरकार संविधान को तार-तार करते हुए किसानों से विरोध करने के अधिकार को भी छीनने का काम कर रही है। (एजेंसी, हि.स.)